इस पुस्तक में मधुमक्खी पालन (Apiculture/ Beekeeping) के मूलभूत सिद्धतांतो के साथ मधुमक्खी का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कि या गया है। पुस्तक में व्यग्तिगत रुप से मधुमक्खी पालन से उद्यमशीलता (Entreprenuership) कैसे कर सकते है उसके बारे में विस्तृत विवरण कि या गया है। जसैमधुमक्खी पालन से उधयमिता , गुणवत्तपूर्ण शहद का प्रसंसकरण से उधयमिता, मधमु खी क कॉलोनी से उयमता, मधमु खी पालन के उपकरण से उयमता व मधमु खी मोम का संकरण से उयमता आद। इस पु तक म मधुमखी पालन से ामीण बेरोजगार युवा कै से रोजगार कर सकत े है ओर कृ ष व बागवानी के साथ-साथ मधुमखी पालन से कै से आकषक और अयधक लाभदायक के साथ उयमी बन सकत े है। मधुमखी पालन कृ षक समुदाय क अथ यवथा को वकसत करने के लए एक संयुत उयम के प म एककृ त कृ ष काय म के साथ अछ तरह से फट बठै ता है। मधुमखी पालन अब भारत म अणी कृ ष-यवसाय म से एक है। भारत म वभन जलवायु परिथतय के कारण ऐसे कई फू ल ह जो मधुमखी पालन म मदद करत े ह। इसलए, मधुमखी पालन उयम को राय अथ यवथा म रोजगार सिृ जत करने, पसै ा कमाने, गरबी कम करने और पोषण, वाय और खाय सुरा म सुधार करने के सवम तरके के प म देखा जाता है।